९ बैशाख २०८२, मंगलवार

प्रशासन एक्सक्लुसिभ

crisis_alert चार निर्माण कम्पनी कालोसूचीमा (सूचीसहित)    crisis_alert यसरी घट्न थाल्यो बालविवाह : अभियान सँगसँगै स्थानीय सरकार पनि लागि परे     crisis_alert गाँजामाथिको प्रतिबन्ध हटाउने प्रतिवेदन तयार, कस्तो छ गाँजाबाटै समृद्धि भित्र्याउने सरकारी खाका ?   crisis_alert मन्दीले ताल्चा लाग्न थालेको बजार : खोल्ने कसले हो, कसरी हो ?   crisis_alert किन काम गरिरहेका छैनन् अर्थतन्त्र सुधारका प्रयासले ?   crisis_alert अर्थतन्त्रको सङ्कटबाट साना व्यवसाय नियाल्दा: त्यति विधि निराशा छैन, आशा बाँकी छ   crisis_alert गरिबलाई बाँच्नसमेत नदिइरहेको आर्थिक सङ्कट   crisis_alert सङ्कटको डिलमा पुग्दै आन्तरिक अर्थतन्त्र   crisis_alert गृह मन्त्रालयले थाहै नपाई कैदीहरूले गरिदिए जेलरको सरुवा   crisis_alert बाँसबारी जग्गा प्रकरणको केन्द्रमा छन् विनोद चौधरी    crisis_alert काँग्रेस सांसदको पाँचतारे होटेलका लागि एकै दिनमा फेरियो कानुन    crisis_alert ‘भिजिट भिसा’ले अन्तर्राष्ट्रिय विमानस्थलमा टकराब, किन भइरहेछ प्रहरी-अध्यागमन मनमुटाब ?    crisis_alert विधिको शासनकै मजाक बनाइएको ललिता निवास प्रकरण  

प्रशासन एक्सक्लुसिभ

crisis_alert चार निर्माण कम्पनी कालोसूचीमा (सूचीसहित)    crisis_alert यसरी घट्न थाल्यो बालविवाह : अभियान सँगसँगै स्थानीय सरकार पनि लागि परे     crisis_alert गाँजामाथिको प्रतिबन्ध हटाउने प्रतिवेदन तयार, कस्तो छ गाँजाबाटै समृद्धि भित्र्याउने सरकारी खाका ?   crisis_alert मन्दीले ताल्चा लाग्न थालेको बजार : खोल्ने कसले हो, कसरी हो ?   crisis_alert किन काम गरिरहेका छैनन् अर्थतन्त्र सुधारका प्रयासले ?   crisis_alert अर्थतन्त्रको सङ्कटबाट साना व्यवसाय नियाल्दा: त्यति विधि निराशा छैन, आशा बाँकी छ   crisis_alert गरिबलाई बाँच्नसमेत नदिइरहेको आर्थिक सङ्कट   crisis_alert सङ्कटको डिलमा पुग्दै आन्तरिक अर्थतन्त्र   crisis_alert गृह मन्त्रालयले थाहै नपाई कैदीहरूले गरिदिए जेलरको सरुवा   crisis_alert बाँसबारी जग्गा प्रकरणको केन्द्रमा छन् विनोद चौधरी    crisis_alert काँग्रेस सांसदको पाँचतारे होटेलका लागि एकै दिनमा फेरियो कानुन    crisis_alert ‘भिजिट भिसा’ले अन्तर्राष्ट्रिय विमानस्थलमा टकराब, किन भइरहेछ प्रहरी-अध्यागमन मनमुटाब ?    crisis_alert विधिको शासनकै मजाक बनाइएको ललिता निवास प्रकरण  

यस्तो छ आज तरकारी तथा फलफूलको मूल्यसूची

अ+ अ-

काठमाडौँ । कालीमाटी फलफूल तथा तरकारी बजार विकास समितिले आजका लागि कृषि उपजहरूको थोक मूल्य निर्धारण गरेको छ । 

समितिका अनुसार प्रस्तुत तरकारी र फलफूलको अधिकतम थोक मूल्य निर्धारण गरिएको हो । आज गोलभेँडा ठूलो (नेपाली) प्रतिकेजी रू ६०, गोलभेँडा ठूलो (भारतीय) प्रतिकेजी रू ६०, गोलभेँडा सानो (तराई) प्रतिकेजी रू २५, आलु रातो प्रतिकेजी रू ३५, आलु रातो (भारतीय) प्रतिकेजी रू ३२, प्याज सुकेको (भारतीय) प्रतिकेजी रू ८०, गाजर (लोकल) प्रतिकेजी रू ३५, गाजर (तराई) प्रतिकेजी रू ३०, बन्दा (लोकल) प्रतिकेजी रू १५, बन्दा (तराई) प्रतिकेजी रू १५, बन्दा (नरिवल) प्रतिकेजी रू १५, काउली स्थानीय प्रतिकेजी रू १५, स्थानीय काउली (ज्यापु) प्रतिकेजी रू २०, काउली (तराई) प्रतिकेजी रू १५, मूला रातो प्रतिकेजी रू ३०, मूला सेतो (लोकल) प्रतिकेजी रू २५, सेतो मूला (हाइब्रिड) प्रतिकेजी रू २५, भन्टा लाम्चो प्रतिकेजी रू ३० र भन्टा डल्लो प्रतिकेजी रू ५० कायम भएको छ ।

यसैगरी, मटरकोसा प्रतिकेजी रू ७०, घिउ सिमी (लोकल) प्रतिकेजी रू ४०, घिउ सिमी (हाइब्रिड) प्रतिकेजी रू ४०, घिउ सिमी (राजमा) प्रतिकेजी रू ११०, टाटे सिमी प्रतिकेजी रू ४०, तिते करेला प्रतिकेजी रू ११०, लौका प्रतिकेजी रू ६०, घिरौँला प्रतिकेजी रू १००, फर्सी पाकेको प्रतिकेजी रू ५०, फर्सी हरियो (लाम्चो) प्रतिकेजी रू १५, हरियो फर्सी (डल्लो) प्रतिकेजी रू १५, भेण्डी प्रतिकेजी रू ११०, सखरखण्ड प्रतिकेजी रू ७०, बरेला प्रतिकेजी रू ३५, पिँडालु प्रतिकेजी रू ९०, स्कूस प्रतिकेजी रू ४०, रायो साग प्रतिकेजी रू १५, पालुङ्गो साग प्रतिकेजी ४०, चमसुरको साग रू ५०, तोरीको साग प्रतिकेजी रू २५, मेथीको साग प्रतिकेजी रू ५०, प्याज हरियो प्रतिकेजी रू ३०, बकुला प्रतिकेजी रू ६०, तरुल प्रतिकेजी रू ८०, च्याउ (कन्य) प्रतिकेजी रू १२० र च्याउ (डल्ले) प्रतिकेजी रू ३५० निर्धारण गरिएको छ ।

ब्रोकाउली प्रतिकेजी रू ३०, चुकुन्दर प्रतिकेजी रू ६०, सजिवन प्रतिकेजी रू १८०, रातो बन्दा प्रतिकेजी रू ६०, जिरीको साग प्रतिकेजी रू ६०, ग्याठ कोबी प्रतिकेजी रू ७०, सेलरी प्रतिकेजी रू ४००, पार्सले प्रतिकेजी रू ७००, सौफको साग प्रतिकेजी रू ६०, पुदिना प्रतिकेजी रू ४००, गान्टे मूला प्रतिकेजी रू ६०, इमली प्रतिकेजी रू १६०, तामा प्रतिकेजी रू १००, तोफु प्रतिकेजी रू १२० र गुन्द्रुक प्रतिकेजी रू ३०० तोकेको छ ।

समितिले स्याउ (झोले) प्रतिकेजी रू २३०, स्याउ (फूजी) प्रतिकेजी रू ३००, केरा (दर्जन) रू १५०, कागती प्रतिकेजी रू १६०, अनार प्रतिकेजी रू ३२०, अङ्गुर (हरियो) प्रतिकेजी रू २२०, अङ्गुर (कालो) प्रतिकेजी रू ३३०, सुन्तला (नेपाली) प्रतिकेजी रू १६०, सुन्तला (भारतीय) प्रतिकेजी रू १२०, तरबुजा (हरियो) प्रतिकेजी रू ५०, मौसम प्रतिकेजी रू १५०, जुनार प्रतिकेजी रू ११०, भूइँकटहर प्रतिगोटा रू १८०, काँक्रो (लोकल) प्रतिकेजी रू १४०, काँक्रो (हाइब्रिड) प्रतिकेजी रू ५०, रूख कटहर प्रतिकेजी रू ११०, नासपाती (चाइनिज) प्रतिकेजी रू २५०, मेवा (नेपाली) प्रतिकेजी रू ६०, मेवा (भारतीय) प्रतिकेजी रू १००, अम्बा प्रतिकेजी रू १२०, लप्सी प्रतिकेजी रू ६०, स्ट्रबेरी (भुइँऐसेलु) प्रतिकेजी रू ४१० र किबी प्रतिकेजी रू २५० निर्धारण गरिएको छ ।

यसैगरी, अदुवा प्रतिकेजी रू १२०, खुर्सानी सुकेको प्रतिकेजी रू ४००, खुर्सानी हरियो प्रतिकेजी रू ७०, खुर्सानी हरियो (बुलेट) प्रतिकेजी रू ९०, खुर्सानी हरियो (माछे) प्रतिकेजी रू ५०, भेडेखुर्सानी प्रतिकेजी रू ६०, लसुन हरियो प्रतिकेजी रू ६०, हरियो धनियाँ प्रतिकेजी रू ४०, लसुन सुकेको चाइनिज प्रतिकेजी रू ३००, लसुन सुकेको नेपाली प्रतिकेजी रू ३००, छ्यापी सुकेको प्रतिकेजी रू १६०, छ्यापी हरियो प्रतिकेजी रू २५०, ताजा माछा (रहु) प्रतिकेजी रू ३५०, ताजा माछा (बचुवा) प्रतिकेजी रू २६०, ताजा माछा (छडी) प्रतिकेजी रू २६०, ताजा माछा (मुङ्गरी) प्रतिकेजी रू ४५०, राजा च्याउ प्रतिकेजी रू ३०० र सिताके च्याउ प्रतिकेजी रू ८०० तोकेको छ ।

प्रतिक्रिया दिनुहोस